पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ के दीपसà¥à¤¤à¤‚à¤, करà¥à¤£à¤¾ के सागर, à¤à¤¾à¤°à¤¤ à¤à¥‚षण आदरणीय संत शà¥à¤°à¥€ नानक दास जी महाराज को शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ सहित चरण वंदन
जगतगà¥à¤°à¥ रामानंदाचारà¥à¤¯ जी महाराज के दà¥à¤µà¤¾à¤¦à¤¶ शिषà¥à¤¯ परंपरा में सबसे पà¥à¤°à¤®à¥à¤– संत शिरोमणि संत समà¥à¤°à¤¾à¤Ÿ निरà¥à¤—à¥à¤£ à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ धारा के पà¥à¤°à¤¥à¤® à¤à¤µà¤‚ à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ आंदोलन के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– तथा संत पà¥à¤°à¤µà¤°à¥à¤¤à¤• विशà¥à¤µà¤µà¤‚दनीय संत समà¥à¤°à¤¾à¤ŸÂ सतगà¥à¤°à¥ कबीर साहेब अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ कबीर पंथ शिरोमणि गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ काशी (कबीर चौरा मठ) के परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ में संत महंत डॉ. नानक दास जी महाराज बीजकपाठी का जनà¥à¤® राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤‚त के नागौर जिले के जायल तहसील के धिजपà¥à¤°à¤¾ (बडी खाटू) गांव में à¤à¤• साधारण ग़रीब परिवार में हà¥à¤†à¥¤ आप पिता शà¥à¤°à¥€ मदनलाल मेघवाल माता शà¥à¤°à¥€ धापूबाई के कोख से 30 सितंबर 1975 को इस पृथà¥à¤µà¥€à¤²à¥‹à¤• पर आà¤à¤‚।
  पà¥à¤°à¤œà¥à¤žà¤¾ बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ होने के कारण आप 10 वरà¥à¤· की आयॠमें ही अपने गà¥à¤°à¥ परमहंस बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¨à¤¿à¤·à¥à¤ ततà¥à¤µà¤¦à¤°à¥à¤¶à¥€ परम सिदà¥à¤§ महंत शà¥à¤°à¥€ देवीदास जी महाराज के सानिधà¥à¤¯ में रहने लगे। पà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤• शिकà¥à¤·à¤¾ के उपरांत विदà¥à¤¯à¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¯à¤¨ करते हà¥à¤ जैन विशà¥à¤µ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ से सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤•ोतà¥à¤¤à¤° उपाधि तथा ITl,पॉलीटेकà¥à¤¨à¤¿à¤•, पतà¥à¤°à¤¿à¤•ारिता में डिपà¥à¤²à¥‹à¤®à¤¾ और दो बार आपको मानद डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥‡à¤ŸÂ उपाधि सहीत à¤à¤¾à¤°à¤¤ à¤à¥‚षण समà¥à¤®à¤¾à¤¨ से समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया गया।
  सतगà¥à¤°à¥ शà¥à¤°à¥€ 1008 शà¥à¤°à¥€ à¤à¥‹à¤²à¤¾à¤°à¤¾à¤® जी महाराज जीवित समाधि सà¥à¤¥à¤²Â देवरी धाम में बीजक पाठव संतवाणी का गहन अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ किया, साथ ही साथ योगा अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸, मौन साधना, सहज योग, शबà¥à¤¦ सà¥à¤°à¤¤à¥€ योग और सतà¥à¤¸à¤‚ग करते रहे तथा संत समाज गà¥à¤°à¥ धाम तालनपà¥à¤° तथा अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ कबीर पंथ शिरोमणि गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ काशी के 23वें गादीपति आचारà¥à¤¯ शà¥à¤°à¥€ गंगा शरणदास शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ जी महाराज के पावन सानिधà¥à¤¯ में बीजक पाठका अनà¥à¤·à¥à¤ ान,अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ करते हà¥à¤, सदगà¥à¤°à¥ कबीर गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ गà¥à¤°à¥ गादी शà¥à¤°à¥€à¤®à¤ काशी के जगदà¥à¤—à¥à¤°à¥ रामानंदाचारà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤°à¥€ 1008 शà¥à¤°à¥€Â रामनरेशाचारà¥à¤¯ जी महाराज का पावन सानिधà¥à¤¯ में रह कर सतà¥à¤¯ सनातन धरà¥à¤® की आपने शिकà¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ कीया।
  संत शà¥à¤°à¥€Â आप मातà¥à¤° पांच साल की उमà¥à¤° में सनॠ1980 मे बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¨à¤¿à¤·à¥à¤Ÿ परम पूजà¥à¤¯ सतसदà¥à¤—à¥à¤°à¥ 1008 शà¥à¤°à¥€ देवी दास जी महाराज से गà¥à¤°à¥ दीकà¥à¤·à¤¾ ली । पूरा जीवन तà¥à¤¯à¤¾à¤— तपसà¥à¤¯à¤¾ साधना में वà¥à¤¯à¤¤à¥€à¤¤ करते हà¥à¤ सनातन धरà¥à¤® संसà¥à¤•ृति रकà¥à¤·à¤¾,मानव समाज के उतà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के लिठà¤à¥à¤°à¤®à¤£, सतà¥à¤¸à¤‚ग पà¥à¤°à¤µà¤šà¤¨ करते हà¥à¤ नशा मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿, परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£, वनà¥à¤¯à¤œà¥€à¤µ जीव जंतॠसंरकà¥à¤·à¤£, जल संरकà¥à¤·à¤£, सामाजिक समरसता सदà¥à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ और समà¤à¤¾à¤µÂ आंदोलन को चलाया। अनादिकाल से चले आ रहे ऋषि काल परंपरा के वाहक पवितà¥à¤° सà¥à¤¥à¤² टिकोरिया नामक सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ को पà¥à¤¨à¤ƒ धरà¥à¤® सà¥à¤¥à¤² का जीरà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤°Â सनॠ2007 में बड़ी खाटू की छापरी की डूंगरी पर आपके नेतृतà¥à¤µ à¤à¤µà¤‚ जन सहयोग से काशी कबीर चौरा मठपरमà¥à¤ªà¤°à¤¾ में सतगà¥à¤°à¥ कबीर आशà¥à¤°à¤® सेवा संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ की और साथ-साथ, पà¥à¤°à¤•ृति à¤à¤µà¤‚ परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ की रकà¥à¤·à¤¾ के लिठ"वनà¥à¤¯ जीव à¤à¤µà¤‚ वन परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£ विकास संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾Â à¤à¥€ आपने किया। "जल ही जीवन हैं" वाकà¥à¤¯ को सारà¥à¤¥à¤• बनाने के लिà¤Â राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ संत कबीर सरोवर का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ कारà¥à¤¯ ततà¥à¤•ालीन जिला कलेकà¥à¤Ÿà¤° डॉ. समित शरà¥à¤®à¤¾ के विशेष पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ से खà¥à¤¦à¤¾à¤ˆ कारà¥à¤¯ का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठकराया आपने।
परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ संरकà¥à¤·à¤£/समाज सेवा के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में अति पà¥à¤°à¤¶à¤‚सनीय कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ लिठसरकार से à¤à¤µà¤‚ देश विदेश के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾Â समà¥à¤®à¤¾à¤¨ पतà¥à¤°, पà¥à¤°à¤¶à¤‚सनीय पतà¥à¤°à¥‹à¤‚ से विà¤à¥‚षित किया गया आपको।
राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿, पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ,राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² ,केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ मंतà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ,मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚,सांसद,विधायकों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ जà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨ à¤à¤µà¤‚ शà¥à¤à¤•ामना संदेश पतà¥à¤° à¤à¥‡à¤œ कर आपके कारà¥à¤¯à¥‹ को पà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ किया गया जिससे विशà¥à¤µ सà¥à¤¤à¤° पर à¤à¤• अलग पहचान बनाई है आपने। आप जहां à¤à¥€ जाते हैं à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾, संसà¥à¤•ृति और हिंदी का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° करते हैं।
अपनी,आतà¥à¤®à¥€à¤¯,पà¥à¤°à¥‡à¤®,उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹,ओजसà¥à¤µà¥€ पà¥à¤°à¤µà¤šà¤¨ à¤à¤µà¤‚ दà¥à¤°à¥à¤¤ गति से कारà¥à¤¯ संपादन की अदà¥à¤à¥à¤¤ कला शीघà¥à¤° ही à¤à¤¸à¥‡ लोगों का हृदय जीत लेते हैं जो सतà¥à¤¸à¤‚ग à¤à¤µà¤® सतà¥à¤¯ पथ पर चलने से संकोच रखते à¤à¤µà¤‚ हिचकिचाते हैं। आप,आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• साधकों को à¤à¤œà¤¨, नाम सà¥à¤®à¤¿à¤°à¤¨ की विधि बता कर सतà¥à¤¸à¤‚गियों,योगाà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¶à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ सतगà¥à¤°à¥ कबीर साहब की शिकà¥à¤·à¤¾à¤“ं के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° ही कराते हैं तथा उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आतà¥à¤®à¤¸à¤¾à¤•à¥à¤·à¤¾à¤¤à¥à¤•ार की ओर ले जाते हैं।
 आप जनसमà¥à¤¦à¤¾à¤¯à¥‹à¤‚ को जाति, धरà¥à¤®, संपà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯ ,पंथ वाद से ऊपर उठकर आडंबर पाखंड से पूरà¥à¤£à¤¤à¤ƒ मà¥à¤•à¥à¤¤ करा कर सतà¥à¤¯ धरà¥à¤® का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ कराने का अतà¥à¤²à¤¨à¥€à¤¯ कारà¥à¤¯ कर रहे हैं जिसकी जितना पà¥à¤°à¤¸à¤‚सा की जाठकम है।
संत शà¥à¤°à¥€ आप नियमित रूप धà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¤¯à¥‹à¤— à¤à¤µà¤‚ योगाà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ करते हà¥à¤Â à¤à¤µà¤‚ गà¥à¤°à¥ जी के सानिधà¥à¤¯ शकà¥à¤¤à¤¿ और कृपा से आतà¥à¤® साकà¥à¤·à¤¾à¤¤à¥à¤•ार किया।
 अपनी मातृà¤à¥‚मि और जगत कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ की रकà¥à¤·à¤¾ में आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• और मानवतावादी कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ सà¥à¤µà¤¯à¤‚ को पूरà¥à¤£ रूप से समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करते हैं। आपने बड़ी खाटू में संत कबीर उदà¥à¤¯à¤¾à¤¨ बनाया, संत कबीर सहज योग साधना केंदà¥à¤°, संत कबीर संत कबीर बीजक वैदिक शिकà¥à¤·à¤£ शोध संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ गà¥à¤°à¥‚कà¥à¤², तथा संत कबीर महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, गौ शाला चिकितà¥à¤¸à¤¾à¤²à¤¯ अनà¥à¤¸à¤‚धान केनà¥à¤¦à¥à¤° बनाना पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ है जो कि राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤‚त के बड़ी खाटू, छोटी खाटू के बीच छापरी डà¥à¤—ंरी बडीखाटू NH- 458 पर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ है। ये कबीर मठ, आशà¥à¤°à¤® à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ सशकà¥à¤¤ सजीव, आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• और परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ केंदà¥à¤° होगा जिसमें सतगà¥à¤°à¥ शà¥à¤°à¥€ कबीर साहब का संदेश और करà¥à¤®à¤ ता à¤à¤µà¤®à¥ सहज योग का पà¥à¤°à¤•ाश संपूरà¥à¤£ विशà¥à¤µ में पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ होगा।
 आपके कारà¥à¤¯ सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ ऊरà¥à¤œà¤¾ को देखते हà¥à¤ राजनैतिक सहयोगी के रूप में ईमानदार, साफ छवि, नशा मà¥à¤•à¥à¤¤ चरितà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¨, सà¤à¥à¤¯ पूरà¥à¤µ केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ मंतà¥à¤°à¥€ माननीय शà¥à¤°à¥€ सी आर चौधरी साहब के सà¥à¤¨à¥‡à¤¹ पà¥à¤°à¥‡à¤® से राजनैतिक दायितà¥à¤µà¥‹à¤‚ की जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ मिली।आप महाराज शà¥à¤°à¥€ राजनीतिक कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में कदम बà¥à¤¾à¤¤à¥‡ हà¥à¤ केंदà¥à¤°à¥€à¤¯ टी बोरà¥à¤¡ ऑफ इंडिया, à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार में सदसà¥à¤¯ पद पर मारà¥à¤š 2019 से फरवरी 2022 तक रहे à¤à¤µà¤‚ अपने करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को सतà¥à¤¯ निषà¥à¤ ा पूरी ईमानदारी से सेवा कारà¥à¤¯ कियें।
  हम आपके विचारों से ओत-पà¥à¤°à¥‹à¤¤ होकर आपके हृदय के उदà¥à¤—ार सदà¥à¤—à¥à¤°à¥ कबीर के मानवतावादी संदेश को आधà¥à¤¨à¤¿à¤• à¤à¤¾à¤°à¤¤ निरà¥à¤®à¤¾à¤£ में सदà¥à¤—à¥à¤°à¥ कबीर का योगदान नामक शिरà¥à¤·à¤• तले लेखनीबदà¥à¤§ का कारà¥à¤¯ किया यह पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• समाज के लिठऔर आधà¥à¤¨à¤¿à¤• à¤à¤¾à¤°à¤¤ निरà¥à¤®à¤¾à¤£ में जनसमà¥à¤¦à¤¾à¤¯ के मानशिक मनोवृतà¥à¤¤à¤¿ बदलाव के दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤—त बहà¥à¤¤ सारà¥à¤¥à¤• साबित होगी।
  विशà¥à¤µ शांति, सदà¥à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾, सामाजिक समरसता, सदà¥à¤à¤¾à¤µ, समà¤à¤¾à¤µ के लिठआपने अलग ही पहचान बनाई है।
 वसà¥à¤§à¥ˆà¤µ कà¥à¤Ÿà¥à¤‚बकम की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ से विशà¥à¤µ का कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ हो।
  सरà¥à¤µà¥‡ à¤à¤µà¤‚तॠसà¥à¤–िनः सरà¥à¤µà¥‡ संतॠनिरामया सरà¥à¤µà¥‡ à¤à¤¦à¥à¤°à¤¾à¤£à¤¿ पशà¥à¤¯à¤‚तॠमा कशà¥à¤šà¤¿à¤¤à¥ दà¥à¤– à¤à¤¾à¤— à¤à¤µà¥‡à¤¤à¥¤à¥¤
ॠशांति à¥
डॉ. अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• कà¥à¤®à¤¾à¤°
साहितà¥à¤¯à¤•ार, समà¥à¤¦à¤¾à¤¯à¤¸à¥‡à¤µà¥€, पà¥à¤°à¤•ृति पà¥à¤°à¥‡à¤®à¥€ व विचारक
मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¬à¤‚ध निदेशक
दिवà¥à¤¯ पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤• कहानियाठमानवता अनà¥à¤¸à¤‚धान केंदà¥à¤°
जयहिनà¥à¤¦ तेंदà¥à¤†, औरंगाबाद, बिहार
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आà¤à¤¾à¤°
मेरे जीवन के आदरà¥à¤¶ है दो हसà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ शà¥à¤°à¥€ सी. आर. चौधरी साहब à¤à¤µà¤‚ पदà¥à¤®à¤¶à¥à¤°à¥€ हिमà¥à¤®à¤¤à¤¾à¤°à¤¾à¤® à¤à¤¾à¤®à¥à¤à¥‚ साहब: महंत शà¥à¤°à¥€ डॉ. नानक दास जी महाराज।
आम तौर पर समाज के सबसे सà¤à¥à¤¯, आदरà¥à¤¶ और जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤µà¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤·à¥‹ में ऋषि, मà¥à¤¨à¤¿, संत महातà¥à¤®à¤¾à¤“ं का सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ अवà¥à¤µà¤² है। जिनके संदरà¥à¤ में यह आम अवधारणा है कि सांसारिक मोहगà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤ जीवन से परे गिरी-गà¥à¤«à¤¾à¤“ं में सà¥à¤µà¥‡à¤¤ या à¤à¤—वाधारी वसà¥à¤¤à¥à¤° में तप-साधना में लीन रहने वाले वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ ही असल में संत महातà¥à¤®à¤¾ है और वह ईशà¥à¤µà¤° के करीब करà¥à¤£à¤¾, पà¥à¤°à¥‡à¤® के सागर है यह तो सतà¥à¤¯ है पर सांसारिक जीवन घर, परिवार, समाज में रहकर अपनी जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ निरà¥à¤µà¤¹à¤¨ का पालन करते हà¥à¤ उचà¥à¤š आदरà¥à¤¶, निषà¥à¤•ाम करà¥à¤® à¤à¤µà¤‚ असाधारण विचार जिसके पास हो वह कोई महामानव से कम नहीं है। जिसके पास इंदà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के पसंदीदा कोई वà¥à¤¯à¤¸à¤¨ न हो, शà¥à¤¦à¥à¤§ सातà¥à¤µà¤¿à¤• आहार हो और जनकलà¥à¤¯à¤¾à¤£, à¤à¤•ातà¥à¤® मानवतावादी के उतà¥à¤¥à¤¾à¤¨ हेतॠवैचारिक मानशिक à¤à¤µà¤‚ à¤à¥Œà¤¤à¤¿à¤• बदलाव के लिठकारà¥à¤¯ संपादन सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ ऊरà¥à¤œà¤¾ से लबरेज हो वह सांसारिक जीवन का संत महातà¥à¤®à¤¾ असाधारण पà¥à¤°à¥à¤· है। à¤à¤¸à¥‡ ही शà¥à¤°à¥‡à¤£à¥€ में आते है मधà¥à¤° आवाज, शालीन तेजोमय मà¥à¤–मंडल और मनोरम हृदय के समà¥à¤°à¤¾à¤Ÿ शà¥à¤°à¥€ सी. आर. चौधरी साहब जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सबसे पà¥à¤°à¥‡à¤® है, सबके सहयोग सहायतारà¥à¤¥ के लिठवे वरà¥à¤·à¥‹ से निःसà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥ खड़े है, किसी से दà¥à¤µà¥‡à¤· किसी से कटà¥à¤¤à¤¾ नहीं à¤à¤¸à¥‡ देवतà¥à¤²à¥à¤¯ पà¥à¤°à¥à¤· को बारंबार सादर पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤®à¥¤
01 मारà¥à¤š 1948 को इस धरा पर आठशà¥à¤°à¥€ सी. आर. चौधरी (छोटू राम चौधरी) साहब जब देश आजादी के नवीन तरोताजगी के सà¥à¤µà¤šà¥à¤›à¤‚द अंगड़ाइयाठले रहा था। राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ से शिकà¥à¤·à¤£à¥‹à¤ªà¤°à¤¾à¤‚त शà¥à¤°à¥€ सी आर चौधरी साहब कॉलेज में वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¤à¤¾ के तौर पर जीवन की सà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ कियें। बाद में वरà¥à¤· 1978 में राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨à¤¿à¤• सेवा में उनको चà¥à¤¨à¤¾ गया जहां कई महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ विà¤à¤¾à¤—ों में सेवा के दरमियाठउदà¥à¤§à¥‡à¤¸à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को शिखर के बà¥à¤²à¤‚दियों पर पहà¥à¤‚चाया फलसà¥à¤µà¤°à¥‚प कई बड़े मंचो से इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ à¤à¥€ किया गया।
16 वीं लोकसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ वरà¥à¤· 2014 में राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के नागौर संसदीय कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° से चà¥à¤¨à¤¾à¤µ जीत कर दिलà¥à¤²à¥€ संसद à¤à¤µà¤¨ à¤à¥€ पहà¥à¤‚चे। उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उपà¤à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¾ मामले, खादà¥à¤¯ और सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• वितरण विà¤à¤¾à¤— के राजà¥à¤¯ मंतà¥à¤°à¥€ का दायितà¥à¤µ मिला। सितंबर 2017 के कैबिनेट विसà¥à¤¤à¤¾à¤° में, कमà¥à¤¯à¥à¤¨à¤¿à¤Ÿà¥€ और उदà¥à¤¯à¥‹à¤— मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ के राजà¥à¤¯ मंतà¥à¤°à¥€ à¤à¥€ बनाया गया।
इतने लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯ और अपार जनसमरà¥à¤¥à¤¨ तथा शिरà¥à¤· पर काबिज होने के बाद à¤à¥€ à¤à¤¶à¥à¤µà¤°à¥à¤¯ à¤à¤¾à¤µ को तà¥à¤¯à¤— माधà¥à¤°à¥à¤¯ à¤à¤¾à¤µ से जनमानस के सेवा करने में तलà¥à¤²à¥€à¤¨ रहने वाले शà¥à¤°à¥€ सी आर चौधरी साहब की नजर जब महंत शà¥à¤°à¥€ डॉ. नानक दास जी महाराज पर पड़ी तो उनके अंदर के काबलियत, राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¹à¤¿à¤¤à¤•ारी लोकमंगल हित के मधà¥à¤¯à¤¨à¤œà¤° असीम संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤à¤‚ के दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤—त महंत शà¥à¤°à¥€ डॉ. नानक दास जी महाराज को टी बोरà¥à¤¡ इंडिया à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार में सदसà¥à¤¯ पद के आसन पर बिठाया। वैसे तो शà¥à¤°à¥€ चौधरी साहब का विशेष सहयोग मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ शà¥à¤°à¥€ नानक जी को पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚à¤à¤¿à¤• अवसà¥à¤¥à¤¾ से ही मिलता आ रहा है इसी लिठउनके परोपकार के आà¤à¤¾à¤°à¥€ है संत शà¥à¤°à¥€ डॉ. नानक दास जी महराज।
राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के नागौर जिले की सà¥à¤–वासी गà¥à¤°à¤¾à¤® में जनà¥à¤®à¥‡Â पदà¥à¤®à¤¶à¥à¤°à¥€ हिमà¥à¤®à¤¤à¤¾à¤°à¤¾à¤® à¤à¤¾à¤®à¥à¤à¥‚ साहब के वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ का कà¥à¤¯à¤¾ कहना जो वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ किसी उपकार के बदले धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ कृतजà¥à¤žà¤¤à¤¾ का à¤à¤¾à¤µ पà¥à¤°à¤•ट करता है वह साधारण मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के बीच असाधारण है परंतॠजो पà¥à¤°à¤•ृति के कण-कण के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ उदार, पà¥à¤°à¥‡à¤®à¥€, धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ कृतजà¥à¤žà¤¤à¤¾ का à¤à¤¾à¤µ रखता हो वह असाधारण नहीं अतिविशिषà¥à¤Ÿ महामानव है जो पदà¥à¤®à¤¶à¥à¤°à¥€ हिमà¥à¤®à¤¤à¤¾à¤°à¤¾à¤® à¤à¤¾à¤®à¥à¤à¥‚ साहब के चरितारà¥à¤¥ को साबित करता है। 30 वरà¥à¤·à¥‹ से निरंतर वृकà¥à¤·à¤¾à¤°à¥‹à¤ªà¤£, वनà¥à¤¯à¤œà¥€à¤µ संरकà¥à¤·à¤£, पशॠकà¥à¤°à¥‚रता शिकार के खिलाप पà¥à¤°à¤–र लड़ाई तथा परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£, पà¥à¤°à¤•ृति संतà¥à¤²à¤¨ जैसी दà¥à¤°à¥à¤²à¤ सेवा/कारà¥à¤¯ के लिठà¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार ने इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सरà¥à¤µà¥‹à¤šà¥à¤š नागरिक समà¥à¤®à¤¾à¤¨ पदà¥à¤®à¤¶à¥à¤°à¥€ से विà¤à¥‚षित किया।
जिस यà¥à¤— में सहयोग à¤à¤µà¤‚ संबंधों का आधार सà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥ पर टिका हो उस यà¥à¤— में महंत शà¥à¤°à¥€ डॉ. नानक दास जी महाराज के साथ पदà¥à¤®à¤¶à¥à¤°à¥€ हिमà¥à¤®à¤¤à¤¾à¤°à¤¾à¤® à¤à¤¾à¤®à¥à¤à¥‚ साहब का निःसà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥ परसà¥à¤ªà¤° मैतà¥à¤°à¥€ सहयोग बड़े मजबूत बंधन से बंधे है इसके लिठहृदय से आà¤à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤•ट तो सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤• कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ है।